
मुरादाबाद : पाकबड़ा थाना क्षेत्र के फलैदा गांव में पति-पत्नी की आत्महत्या की हृदयविदारक घटना से पूरा क्षेत्र स्तब्ध है। जानकारी के अनुसार, मीरा कुमारी (30) ने रविवार की रात घर में रखा कीटनाशक पी लिया, जिसके बाद उसकी हालत तेजी से बिगड़ गई। परिजन उसे तत्काल टीएमयू अस्पताल ले गए, लेकिन इलाज के दौरान रात करीब 12 बजे उसकी मृत्यु हो गई। मीरा की मौत की खबर उसके पति अमीर चंद्र (35) सहन नहीं कर पाए और सोमवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे वे गांव के पास मुरादाबाद–दिल्ली रेल लाइन पर पहुंचे और ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी।
परिवार के अनुसार, मीरा करीब दो साल से लोधीपुर गांव स्थित एक पीतल फर्म में काम कर रही थी, ताकि वह परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने में पति की मदद कर सके। दंपती के दो छोटे बच्चे—माधव (6) और वासु (4)—हैं। पति को पत्नी का बाहर जाकर नौकरी करना पसंद नहीं था, इसी बात को लेकर दोनों के बीच कई दिनों से अनबन चल रही थी। रविवार शाम भी इसी मुद्दे पर विवाद हुआ था, जिसके बाद मीरा ने आत्मघाती कदम उठाया। पत्नी की मौत ने अमीर चंद्र को मानसिक रूप से तोड़ दिया और उन्होंने भी अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।
ट्रेन गुजरने के बाद ग्रामीणों ने पटरी पर कटे हुए शव को देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। जीआरपी अमरोहा ने मौके पर पहुंचकर शव कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम कराया। महिला का पोस्टमार्टम मुरादाबाद में किया गया, जिसमें जहर खाने से मौत की पुष्टि हुई है।
घटना ने दो मासूम बच्चों का संसार कुछ ही घंटों में उजाड़ दिया। माता-पिता दोनों की मौत से माधव और वासु पूरी तरह अनाथ हो गए। रिश्तेदारों और ग्रामीणों का कहना है कि यदि दोनों कुछ पल रुककर बच्चों के भविष्य और एक-दूसरे की भावनाओं को समझते, तो शायद दो जिंदगियां न बुझतीं और बच्चों का भविष्य अंधकारमय न होता।एसपी सिटी कुमार रण विजय सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में नौकरी को लेकर विवाद की बात सामने आई है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।







