
गुजरात: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को देशभर में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान का पूरा समर्थन करने की अपील करते हुए कहा कि यह प्रक्रिया देश और लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है। गुजरात के भुज के हरिपुर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 61वें स्थापना दिवस समारोह में उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया कि सरकार देश में मौजूद प्रत्येक घुसपैठिए की पहचान कर उसे मतदाता सूची से हटाने के लिए प्रतिबद्ध है।
अपने संबोधन में शाह ने कहा कि सरकार का संकल्प है कि देश में एक भी घुसपैठिया मतदाता सूची में न रहे। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यह प्रक्रिया केवल मतदाता सूची के शुद्धिकरण से जुड़ी नहीं है, बल्कि राष्ट्र और लोकतंत्र की रक्षा से संबंधित है।
उन्होंने बिना किसी राजनीतिक दल का नाम लिए कहा कि कुछ पार्टियां एसआईआर प्रक्रिया का विरोध कर रही हैं और घुसपैठियों को बचाने की कोशिश कर रही हैं। शाह ने चेतावनी देते हुए कहा कि बिहार चुनाव का परिणाम एनडीए के पक्ष में जनता का साफ जनादेश है, और यह उन दलों के लिए संदेश है जो एसआईआर प्रक्रिया में बाधा डालने की कोशिश कर रहे हैं।शाह ने कहा कि देश की जनता को चुनाव आयोग की इस प्रक्रिया का पूरा समर्थन करना चाहिए ताकि मतदाता सूची पूरी तरह से शुद्ध हो सके और अवैध मतदाताओं को हटाया जा सके।
इस अवसर पर गृह मंत्री ने बीएसएफ और अन्य सशस्त्र बलों की बहादुरी की भी सराहना की। उन्होंने बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान बीएसएफ और सेना के शौर्य ने पाकिस्तान को कुछ ही दिनों में एकतरफा युद्धविराम की घोषणा करने पर मजबूर किया। यह दुनिया के लिए स्पष्ट संदेश है कि भारत की सीमाओं और सुरक्षा बलों के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता।बीएसएफ दुनिया का सबसे बड़ा सीमा सुरक्षा बल है, जिसमें 2.7 लाख से अधिक कर्मी तैनात हैं और यह छह से अधिक दशकों से भारत की सीमाओं की रक्षा कर रहा है।






