तालिबानियों ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है और तालिबान अफगानिस्तान में बीते छह महीने से शासन भी चला रहा है। अफगानिस्तान का मजबूत किला पंजशीर अभी भी तालिबान के शिकंजे से दूर है।आपको बता दें काबुल से पंजशीर तकरीबन 100 किलोमीटर की दूरी पर है। अब अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने पंजशीर में कुछ बड़ा होने का दावा किया है।
अमरुल्ला सालेह ने आरोप लगाया है कि तालिबान एक बार फिर पाकिस्तानी स्नाइपर्स के साथ पंजशीर घाटी में घुसपैठ कर रहे हैं। सालेह ने दावा किया कि हक्कानी नेटवर्क से जुड़े लड़ाके और पाकिस्तानी स्नाइपर पंजशीर में घुस गए हैं लेकिन अफगानिस्तान का मजबूत किला पंजशीर तालिबान के शिकंजे से अभी दूर है।अमरुल्ला सालेह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि उन्होंने ट्वीट किया कि कल से ही पाकिस्तानी स्नाइपर्स और 100 से भी ज्यादा हक्कानी समूह से संबंधित तालिबानी लड़ाके पंजशीर घाटी में दाखिल हो गए हैं।
अफगानिस्तान में ऐसे मिशनों के लिए ऐतिहासिक रूप से पाकिस्तानी आका और स्नाइपर्स स्पेशल सर्विस ग्रुप हैं। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तानी सैन्य तंबू और एमआरई भी देखे जा सकते हैं। जल्द ही इस संबंध में पुख्ता सबूत जारी किए जाएंगे। अफगानिस्तान में अशरफ गनी सरकार के पतन हो जोन और छिपने के बाद से ही सालेह ने लगातार पाकिस्तान पर तालिबान के साथ हाथ मिलाने और छद्म रूप से युद्ध करके देश पर शासन करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।
इस हफ्ते की शुरुआत में सालेह ने तालिबान के सर्वोच्च नेता हिबतुल्लाह अखुंदज़ादा के मुखपत्र के रूप में कार्य करने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर निशाना साधा था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि देश की जासूसी शाखा, (आईएसआई) कट्टरपंथी आतंकवादी संगठन को खुफिया जानकारी प्रदान कर रही है।