ऋषिकेश : भले ही कोोना की लहर थमी है लेकिन अभी भी लोग पूरी तरह से कोरोना गाईडलाईन का पालन करने मे कोताही बरत रहे हैं। आये दिन कहीं न कहीं से कोरोना संक्रमित हाने के आंकड़े मिल ही रहे हैं। आपको बता दें कि पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर प्रखंड स्थित गंगापुर विद्यालय में छह शिक्षकों कोरोना संक्रमित पाये गये उनकी कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आई है। संक्रमित लोगों में चार महिलाएं भी शामिल है। इन सभी में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के बाद से ही विद्यालय में अफरातफरी मची हुई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर सभी छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की कोरोना जांच की।वहीं यमकेश्वर प्रखंड के स्वास्थ्य विभाग नोडल अधिकारी डा0 राजीव कुमार ने बताया कि गंगा भोगपुर विद्यालय में तैनात छह शिक्षकों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद विभाग की टीम को विद्यालय में भेजा गया। जहां 102 छात्र-छात्राओं और शिक्षकों के सैंपल जांच को लिए गए हैं। संक्रमित सभी शिक्षकों को आइसोलेट किया गया है चिकित्सीय दल में संजय सिंह, ऋषभ घनसाला, कल्पना हर्शवाल शामिल रहे।
बहरहाल कोरोना की तीसरी लहर जिस तेजी से बढ़ी थी उसी तेजी से कम भी हुई है। राज्य में संक्रमितों की संख्या कम होने के साथ ही मौत का आंकड़ा भी अब तेजी से घट रहा है। वहीं कोरोना संक्रमण दर घटकर दो प्रतिशत से कम रह गई है। राज्य में कोरोना के आंकड़ों का अध्ययन कर रही संस्था सोशल डेवलपमेंट फार कम्युनिटी फाउंडेशन के अध्यक्ष ने बताया कि 101वें सप्ताह 13-19 फरवरी 101526 सैंपल की जांच की गई जिनमें 1755 की रिपोर्ट पाजिटिव आई है।वहीं 100 वें सप्ताह 6-12 फरवरी यह आंकड़ा 4367 था। यानी इस सप्ताह 2612 मामले कम आए हैं। इसी तरह मरने वालों का साप्ताहिक आांकड़ा भी अब 36 से घटकर 25 पर आ गया है। वहीं संक्रमण दर भी 2.95 से घटकर 1.73 प्रतिशत रह गई है। भले ही कोरोना का असर अब कमजोर पडऩे लगा है लेकिन बावजूद इसके कोरोना से बचाव में जागरुकता बनाए रखने की बहुत आवश्यकता है तभी इसे पूरी तरह से नियंत्रित किया जा सकता है।