देहरादून देश विदेश से आए अकीदतमंदों की आस्था का प्रतीक ऐतिहासिक झंडा मेला मंगलवार को श्रीझंडे जी के आरोहरण के साथ शुरू हो गया। अबकी बार मेले में दिल्ली से आए बलजिंदर सिंह सैनी अपने दादा की 100 साल पहले मांगी गई मुराद को पूरा किया।दोपहर को एक बजकर 14 मिनट पर गिलाफ चढ़ाने की प्रक्रिया शुरु हुई तीन बजकर पांच मिनट पर दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज की अगुआई में श्रद्धालुओं ने 90 फीट ऊंचे श्रीझंडे जी को लकड़ी से बनी कैंचियों के सहारे धीरे-धीरे खड़ा किया।
तीन बजकर 22 मिनट पर झंडे जी का आरोहण होते ही वातावरण श्री गुरु राम राय महाराज की जय, जो बोले सो निहाल, सतश्री अकाल, सच्चे दरबार की जय,दरबार साहिब की जय आदि जयकारों से गूंज उठा। संगतें ढोल की थाप पर नृत्य करने लगीं भावावेश में कई श्रद्धालुओं की आंखें भी नम हो गईं। इस दौरान दरबार परिसर में कीर्तन टीम ने गुरु महाराज के जयकारे लगाए।
प्रेम,सद्भाव और आस्था का प्रतीक देहरादून का ऐतिहासिक झंडा मेला 90 फीट ऊंचे श्रीझंडे जी के आरोहण के साथ शुरू हो जाएगा। इसमें देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु जुट रहे हैं। वहीं सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज ने श्रद्धालुओं से कोविड गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए कार्यक्रम में प्रतिभाग की अपील की है।
दरबार साहिब में मंगलवार को सुबह सात बजे पूजा.अर्चना के बाद पुराने श्रीझंडे जी को उतारा गया। इसके बाद नए श्रीझंडे जी को गंगाजल और पंचगव्य से स्नान कराया गया पूजा.अर्चना के बाद अरदास की गई।
श्रीझंडे जी में इस बार दिल्ली के रवि नगर एक्सटेंशन निवासी बलजिंदर सिंह सैनी पुत्र जसबीर सिंह सैनी दर्शनी गिलाफ चढ़ाएंगे। पेशे से व्यापारी बलजिंदर इसके लिए मां कुलदीप कौर के साथ दून पहुंच चुके हैं। उनके दादा अक्षर सिंह ने 100 साल पहले दर्शनी गिलाफ चढ़ाने के लिए बुकिंग कराई थी।