लखनऊ: योगी ब्रिगेड के कुल 52 मंत्री शपथ लेने जा रहे हैं इसमें 18 कैबिनेट मंत्री और 14 लोगों को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया जा रहा है वहीं 20 लोग राज्यमंत्री बन रहे हैं।
आपको बता दें कि पिछली बार की तरह इस बार भी दो उप मुख्यमंत्री बनाए जा रहे हैं। वहीं केशव प्रसाद मौर्य को एक बार फिर उप मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है उनके साथ इस बार ब्रजेश पाठक को उप मुख्यमंत्री बनने का मौका मिल रहा है। पिछली बार दिनेश शर्मा उप मुख्यमंत्री थे अब उनका नाम मंत्रियों की लिस्ट से गायब है।
इस बार दोनों उपमुख्यमंत्रियों समेत 18 लोगों को कैबिनेट मंत्री बनाया जा रहा है। इनमें अपना दल एस से आशीष पटेल और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद का भी नाम शामिल है। आशीष पटेल केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति हैं।
वहीं पिछली बार कैबिनेट मंत्री रहे महेंद्र सिंह, सिद्धार्थ नाथ सिंह, मोहसिन रजा और श्रीकांत शर्मा जैसे कद्दावर नेताओं का नाम इस बार की लिस्ट से गायब है। इसके अलावा सतीश महाना, जय प्रकाश निषाद, राम नरेश अग्निहोत्री और रमापति शास्त्री जैसे नाम इस बार के मंत्रिमंडल की सूची में नहीं है।
पिछली बार राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार रहे वाराणसी के नीलकंठ तिवारी का नाम भी मंत्रियों की सूची से गायब है। उनके पास धर्मार्थ कार्य और पर्यटन जैसा विभाग था। पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर उन्हीं की देखरेख में बना था। विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर वाराणसी शहर दक्षिणी में आता है जहां से नीलकंठ तिवारी विधायक हैं।
योगी के नए मंत्रियों की सूची से कुछ ऐसे नाम भी गायब हैं जिन्हें सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा था। इनमें मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव, अदिति सिंह और राजेश्वर सिंह की चर्चा सबसे ज्यादा थी। अपर्णा ठीक चुनाव से पहले सपा से भाजपा में शामिल हुई थीं उनका भाजपा ने महिलाओं को एकजुट करने में खास इस्तेमाल भी किया था। इसके अलावा कांग्रेस से आई फायरब्रांड नेता मानी जा रही अदिति सिंह को भी इस बार मंत्री बनाने की सबसे ज्यादा चर्चा थी। वह भी सूची में नहीं हैं। इसके अलावा ईडी से भाजपा में आए राजेश्वर सिंह को भी मंत्री नहीं बनाया जा रहा है।