देहरादून: कोरोनाकाल में रखे गये कर्मचारियों को अस्पताल से हटाये जाने को लेकर काफी दिनों से अनशन चल रहा है। आपको बता दें कि सीएम आवास तक रैली और कई दौर की बात के बाद भी इनकी समस्या जस की तस है। अब आलम ये है कि इन आउटसोर्स कर्मचारियों ने अपना आंदोलन और भी ज्यादा उग्र कर दिया है। आमरण अनशन पर बैठे एक कर्मचारी रामनिवास को कल देर रात हालत बिगड़ने पर दून अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।
वहीं एक आंदोलनकारी शुभम अरोडा ने भी जल त्याग दिया है दस जून को प्रस्तावित कैबिनेट बैठक में कर्मचारियों का मुद्दा उठे इसलिए वह उग्र आंदोलन पर मजबूर है। उधर कल शुक्रवार से उन्होंने सभी कर्मचारियों के भूख हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। कर्मचारी नेता संजय कोरंगा और अभिषेक कैंतुरा ने बताया कि कोई कर्मचारियों की सुध नहीं ले रहा है अधिकारी स्पष्ट बात बताने को तैयार नहीं है इसलिए वह उग्र आंदोलन करने पर मजबूर है।