‘‘अग्निपथ’’ योजना को लेकर बिहार में विरोध प्रदर्शन के बीच उपद्रवियों ने विक्रमशिला ट्रेन को बर्निंग ट्रेन में तब्दील कर दिया। जानकारी के मुताबिक उपद्रवी माचिस लेकर स्टेशन पर पहुंचे थे। स्टेशन के ही प्लेटफॉर्म संख्या दो के नजदीक की दुकान से कुछ छात्रों ने माचिस खरीदी और पहले एसी थर्ड टियर के शीट और उसमें रखे चादर.तकिया को आग के हवाले कर दिया। एसी बोगी होने के कारण आग तेजी से पकड़ गई और एक.एक कर विक्रमशिला की 23 बोगियां आग का गोला बन गईं ।
जिन बोगियों में आग सही से नहीं पकड़ पाई उसे उपद्रवियों ने दोबारा जलाने का प्रयास किया।ब्लास्ट के साथ आग की लपटें ऊंची उठ रही थीं । एसी के सिलिंडर को लेकर भी वहां मौजूद यात्री दहशत में दिखे हालांकि ट्रेन में तेजी से उठ रही आग की लपटों को देख यात्रियों ने सवारी वाहन से ही अपने गंतव्य की ओर रवाना होना उचित समझा। पुलिस ने इस मामले में अबतक 200 लोगों को हिरासत में लिया है।
जानकारी के मुताबिक करीब 8.30 बजे छात्रों ने एसी थर्ड टियर की बोगी को अपना निशाना बनाया और माचिस की तीली से बोगी की सीट व बोगी में रखे कंबल व तकिया में आगजनी की। सभी बोगी के दरवाजे एक.दूसरे से संपर्क में होने के कारण एक-एक कर 15 बोगियां आग में तब्दील हो गईं।वहीं आखिरी के दो बोगी में छात्रों व स्थानीय कुछ असामाजिक तत्वों ने लूटपाट के बाद आगजनी कर दी। इस बीच यात्रियों के बीच अफरातफरी मच गई। कुछ यात्रियों के भी घायल होने की सूचना है। वीडियो बना रहे दो दर्जन से अधिक यात्रियों के मोबाइल तोड़े गए हैं तो वहीं कई यात्रियों की जमकर पिटाई भी कर दी गई।